दोस्तों आपने Recurring Deposit और Fixed Deposit Investment के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या जानते है कि Recurring Deposit और Fixed Deposit में क्या अंतर होता है, और इनमे से कौन सा ऑप्शन बढ़िया होता है।
बचत करना यानि की savings करना आमतौर पर बहुत ही ज्यादा जरुरी हैं क्योकि मध्यम वर्ग के लोगों के लिए आपातकाल स्थिति में ये savings के तौर पर रखे पैसे ही काम आते हैं। बैंक में सिर्फ savings के तौर पर पैसे रखने पर बहुत की कम ब्याज मिल पाता हैं, वही अगर आप Fixed Deposit और Recurring Deposit जैसे Account में investment करते हैं तो आपको अच्छी खासी ब्याज दर और साथ ही साथ कई अन्य फायदे भी देखने को मिलते हैं।
Recurring Deposit और Fixed Deposit क्या होता है:
Recurring Deposit- Recurring Deposit एक प्रकार का Term Deposit (अवधि जमा) हैं, जिसे लोग बैंक में एक Fixed Amount के तौर पर हर महीने savings के रूप में जमा करते हैं, जसके बदले उन्हें बैंक के द्वारा interest दिया जाता हैं।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति हर महीने 1 हजार करके अपने RD Deposit Schemes में 6 महीने से 1 साल तक डालता हैं तो उसे Scheme कुछ महीनों के जमा राशि तथा साथ ही साथ interest भी बैंक द्वारा मुहैया करवाई जाएगी।
Fixed Deposit- Fixed Deposit एक वित्तीय प्रपत्र (Financial Instruments) हैं जो बैंक तथा अन्य NBFC’S (Non-Banking Financial Company) द्वारा निवेशकों (Investors) को एक अच्छी interest देती हैं जोकि regular savings Account से ज्यादा हैं।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति investment के तौर पर कुछ राशि अपने fixed Deposit के लिए one time ही डालता हैं तो उसे उस राशि के ऊपर एक Fixed Interest Maturity के वक़्त बैंक के तरफ से दिया जाता हैं।
Recurring Deposit और Fixed Deposit में क्या अंतर होता हैं:
- Recurring Deposit की अवधि लगभग 6 महीने से लेकर 10 महीने तक की होती हैं जबकि Fixed Deposit की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक होती हैं।
- Recurring Deposit अकाउंट खोलने के लिए भारतीय निवासी (Indian Resident) तथा Hindu Undivided Family (HUF’s) का होना आवश्यक हैं, साथ ही साथ minors होने पर उनके parents यह अकाउंट खोल सकते हैं। Fixed Deposit अकाउंट खोलने के लिए भारतीय निवासी (Indian Resident) तथा Hindu Undivided Family (HUF’s) का होना आवश्यक हैं।
- कर छूट (Tax Exemption) में दोनों में असमानताएं देखी जाती हैं, जैसे Recurring Deposit अकाउंट में कोई भी टैक्स लाभ नहीं हैं जबकि Fixed Deposit अकाउंट में Income Tax Act 1961 के Section 80C के तहत 5 साल के deposit में छूट मिलती हैं।
- Rate of Return के हिसाब से Recurring Deposit तथा Fixed Deposit में काफी समानताएं हैं लेकिन अवधि के अनुसार यह निर्भर करता हैं।
- RD और FD में मुख्य रूप से कुछ लाभ हैं जैसे RD अकाउंट के ऊपर बैंक द्वारा 90 प्रतिशत तक लोन मिल जाता हैं वही FD अकाउंट में 70 से लेकर 90 प्रतिशत तक लोन दी जाती हैं ।
- Recurring Deposit के अंतर्गत आप कभी-कभी अपने पैसे को निकाल सकते हैं, जिसके लिए कुछ-कुछ बैंकों में आपको penalty देने की जरुरत पड़ती हैं, वही Fixed Deposit अकाउंट में से पैसे निकलने के लिए आपको penalty देना आवश्यक हैं।
- RD और FD दोनों taxable होते हैं दोनों हैं तथा बैंकों द्वारा TDS deduct कर लिए जाते हैं ।
- Fixed Deposit का ब्याज दर अवधि के अनुसार 6.96 प्रतिशत से लेकर 8 प्रतिशत तक रहती हैं जबकि Recurring Deposit महीने के investment के हिसाब से 5.50 प्रतिशत से लेकर 7.25 प्रतिशत तक रहती हैं जोकि FD के मुकाबले काफी कम हैं।
- FD अकाउंट की Investment Limit बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती हैं लेकिन इसकी Minimum Limit 100 रूपये तथा Maximum Limit 1 लाख 50 हजार तक की हैं,RD Minimum Limit 1000 रूपये तथा Maximum Limit 15 लाख रूपये तक की हैं।
- FD और RD अकाउंट खोलने के लिए दोनों में डाक्यूमेंट्स के तौर पर पहचान पत्र तथा निवास प्रमाण देने की आवश्यकता होती हैं जैसे – PAN Card, Passport तथा Income Documents आदि।
Recurring Deposit और Fixed Deposit अकाउंट कैसे खोले?
FD और RD अकाउंट खोलने के लिए आपकी savings अकाउंट जिस किसी भी बैंक में हो आपको उस बैंक में जाकर वहाँ आपको FD और RD आप जो भी खोलना चाहते हो आपको एक एप्लीकेशन (Application) फॉर्म दी जाएगी जिसे अच्छी तरह पूरी details तथा कुछ प्रमाण पत्र जैसे आधार कार्ड पैन कार्ड, पासपोर्ट पोर्ट आकर की फोटो के साथ भरकर जमा करने की आवश्यकता पड़ेगी । कुछ घंटो के process के बाद ही आप अपने FD तथा RD अकाउंट का उपयोग कर सकेंगे ।
Recurring Deposit और Fixed Deposit में से किसे चुने:
RD और FD दोनों सेविंग्स के लिए सही हैं लेकिन अगर कोई हर महीने अपनी बचत करना चाहता हैं तो उनलोगों के लिए RD अकाउंट अच्छा हैं वही अगर कोई एक बार ही बैंक में पैसे रख कर बचत करना चाहता हैं तो उनलोगों के लिए FD अकाउंट अच्छा हैं । Income के तौर पर Fixed Deposit अकाउंट पर आपको ब्याज दर ज्यादा मिलता हैं ।
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको FD और RD के बारे में अच्छी तरह समझ आ जायेगा तथा यह भी समझ आ जायेगा की आपके लिए दोनों अकाउंट में से सही अकाउंट investment के लिए कौन हैं जिससे आपको भविष्य में लाभ मिल सके।
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दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने जाना कि और RD और FD investment क्या होता है, और RD और FD में क्या अंतर होता है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया तो आप इसे लाइक और शेयर करना न भूलें। अगर आपका इससे रिलेटेड कोई भी सवाल हो, तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में लिखना न भूलें।
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