वेबसाइट डिजाइनिंग में डिप्लोमा
दोस्तों जैसाकि आप जानते है कि आजकल सब बिज़नेस डिजिटल है। जिसकी वजह से हर किसी बिज़नेस को वेबसाइट बनवाना ही पड़ता है चाहे वो छोटा बिज़नेस या फिर बड़ा।
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि डिजिटल मार्केटिंग और वेबसाइट डिजाइनिंग में करियर बहुत अच्छा है। आज के इस पोस्ट में मैं आपको वेबसाइट डिजाइनिंग में डिप्लोमा की पूरी जानकारी दूंगा।
जैसकि वेबसाइट डिजाइनिंग में डिप्लोमा कैसे करें , वेबसाइट डिजाइनिंग में डिप्लोमा करने के क्या फायदे है, डिप्लोमा कौन से इंस्टिट्यूट से करें , कितनी फीस है और डिप्लोमा पुरे होने के बाद जॉब अवसर और सैलरी कितनी मिलेगी इत्यादि।
वेब डिजाइनिंग क्या है ?
Table of Contents
इटरनेट पर प्रदर्शित होने वाली वेबसाइट्स के डिज़ाइन के कार्य को वेब डिजाइनिंग कहा जाता है।
आमतौर पर सॉफ्टवेयर विकास के बजाय वेबसाइट विकास के पहलुओं को यह संदर्भित करता है। वर्ष 2010 के मध्य तक, वेब डिजाइनिंग सिर्फ डेस्कटॉप ब्राऊजर की डिज़ाइन तक ही सीमित था।
लेकिन 2010 के मध्य से मोबाइल और टैबलेट ब्राउज़र के डिज़ाइन को भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है। वेब डिजाइनिंग का कार्य दो महत्वपूर्ण तरीकों पर चलता है, जिनमें रीस्पॉन्सिव डिज़ाइन और अडाप्टिव डिज़ाइन शामिल है।
Responsive Design में content screen के आकार के आधार पर गतिशील रूप से चलता है। और adaptive Design में content को इस तरह से तय किया जाता है, जो सामान्य स्क्रीन आकारों में मेल खाने में सफल हो सके।
वेबसाइट यूजर के विश्वास और जुड़ाव को बनाए रखने के लिए, वेबसाइट डिज़ाइनर को आने वाली कठिनाइयों का सामना कर, नियंत्रण में सावधानी बरतना आवश्यक है।
वेब डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स:
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स 3 महीने से 3 वर्ष की अवधि तक उपलब्ध है।
वेबसाइट डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स में छात्र को HTML, Java Script, Website Design Concept, Search Engine Optimization ऐसे विभिन्न प्रकार के कौशलों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
विभिन्न इंस्टिट्यूट में कोर्स की अवधि और फ़ीस अलग होती है।
इंटरनेट पर प्रतिदिन हजारों से भी ज्यादा नई वेबसाइट्स शुरू होती है।
व्यावसायिक स्तर से व्यक्तिगत स्तर पर, हर एक क्षेत्र में वेबसाइट का उपयोग किया जाता है।
वेबसाइट जितनी आकर्षक हो, उतनी ही बिज़नेस की वृद्धि होती है।
ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य होता है कि, छात्र अपने विभिन्न कौशलों का उपयोग कर, विभिन्न सॉफ्टवेयर का उपयोग करके वेबसाइट को आकर्षक बना सकें।
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स के प्रकार:
वेब डिजाइनिंग कोर्स में छात्र अपनी इच्छानुसार अलग-अलग तरह के डिप्लोमा कोर्स को चुन सकता है।
सामान्य रूप से डिग्री के अलावा, कम समय के लिए वेब डिजाइनिंग का कोर्स डिप्लोमा और सर्टिफिकेट स्तर पर उपलब्ध है।
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्सेस:
(Web Designing Diploma Courses:)
1. Advanced Diploma Course in Multimedia and Web Designing
2. Advanced Diploma in Internet and Web Designing
3. Advanced Diploma in Office Automation and Web Designing
4. Advanced Diploma in Web Designing
5. Diploma Course in Graphic and Web Designing
6. Diploma Course in Multimedia and Web Designing
7. Diploma in Web Designing and Software Development
8. Post Graduate Diploma in Web Designing
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स की प्रवेश पात्रता:
(Entrance Eligibility for Web Designing Diploma Course:)
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स करने के लिए छात्र को 10 वी या 12वी 50% गुणों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
साथ ही आरक्षित श्रेणियां जैसे एस सी, ओबीसी के छात्रों के लिए 45% गुण अनिवार्य है।
अधिकांश इंस्टिट्यूट में प्रवेश से पहले छात्र को प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है।
साथ ही प्रवेश परीक्षा में छात्र के गुण और इंटरव्यू में परखे गए कौशल के आधार पर छात्र को इंस्टिट्यूट में प्रवेश मिलता है।
प्रवेश प्रकिया हर इंस्टिट्यूट में अलग हो सकती है और कुछ इंस्टिट्यूट छात्र की 10 वी और 12वी में प्राप्त गुणों के आधार पर भी प्रवेश प्रदान करती है।
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स में विषयों की सूची:
1. Designing and Planning Web Pages
2. Web Standards
3. Selecting the color scheme
4. Web Graphics
5. Anatomy of Style
6. Layout with Tables
7. Site Design and Management
8. Static and web app
9. Frame Animation
10. Constructing Website
11. Image Manipulation
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स के फायदे:
1. डिप्लोमा कोर्स छात्र को वेब डिजाइनिंग की कला का उपयुक्त ज्ञान प्रदान करता है।
2. डिप्लोमा में प्रवेश लेने वाले छात्रों को भी इस क्षेत्र में पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है।
3. वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा के बाद छात्र web development, web administration, programming जैसे क्षेत्रों में आगे की पढ़ाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार होता है।
4. डिप्लोमा कोर्स के बाद भी काफी नामी कंपनियों में अच्छे पद पर जॉब प्राप्त हो सकती है।
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा के बाद जॉब अवसर:
डिप्लोमा के बाद निम्नलिखित क्षेत्रों में जॉब मिल सकते है
1. वेबसाइट डिजाइनिंग कंपनी
2. सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी
3. वेब कन्सल्टेंसी
4. स्टॉक फोटोग्राफी कंपनी
5. वेब मार्केटिंग फर्म
6. फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन
7. वेबसाइट ऑप्टिमाइजेशन कंपनी
8. एज्यूकेशनल इंस्टिट्यूट
9. वेब डोमेन एंड होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर
10. इंटरनेट मार्केटिंग कंपनी
11. वेबसाइट डेवलपमेंट फर्म
12. प्रोफेशनल वेबसाइट्स
13. वेब एडवरटाइजिंग एजेंसी
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा करने पर कौन से जॉब उपलब्ध होते है और उनकी सैलरी
वेब डिज़ाइनर:
वेब पेज के डिज़ाइन और ले आउट बनाने का कार्य वेब डिज़ाइनर करता है।
किसी भी नई वेबसाइट का डिज़ाइन तथा पहले से ही मौजूद वेबसाइट को अपडेट करने की जिम्मेदारी वेब डिज़ाइनर निभाता है।
इसके साथ ही सॉफ्टवेयर विकास के साथ उसे अपडेट करना और ऐसे प्रोडक्ट की खोज करना जो यूज़र्स के लिए अनुकूल, प्रभावी, उपयुक्त और आकर्षक हो।
वेब डिज़ाइनर की एक साल की तनख्वाह करीबन 4 लाख रुपये होती है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर :
वेबसाइट, एडवरटाइजिंग, किताबें, पत्रिकाएं, पोस्टर कंप्यूटर गेम जैसे विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट और उसकी गतिविधियों पर ग्राफिक डिज़ाइनर काम करता है।
ग्राफिक डिज़ाइनर मैनेजर द्वारा सहमत की गई ब्रीफ के अनुसार काम करते है।
साथ ही रचनात्मक विचारों को विकसित भी करते है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर की एक वर्ष की तनख्वाह करीबन 4.5 लाख रुपये है।
मल्टीमीडिया स्क्रिप्ट राइटर:
विडीयो गेम से लेकर शैक्षिक कार्यक्रमों से मोबाइल एप तक, प्रतिदिन देखे जाने वाले या उपयोगी कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान मल्टीमीडिया स्क्रिप्ट राइटर का होता है।
टेक्नोलॉजी और क्रिएटिविटी का अनोखा संगम स्क्रिप्ट राइटर द्वारा किया जाता है।
मल्टीमीडिया स्क्रिप्ट राइटर की एक साल की तनख्वाह करीबन 4 लाख रुपये होती है।
इंटरैक्टिव डिज़ाइनर:
ग्राफ़िक, एनिमेशन, डेटा अन्य की सहायता से इंटरैक्टिव डिज़ाइनर इंटरनेट साइट, इलेक्ट्रॉनिक गेम्स, ऑनलाइन प्रोडक्टस जैसी परियोजना पर काम करते है।
हर पेज के लिए अलग दृश्य बनाना, हाइपर टेक्स्ट लिंक और एनीमेटेड मेनू का डिज़ाइन करना, कोड लिखना आदि कार्य इंटरैक्टिव डिज़ाइनर द्वारा किए जाते है।
इंटरैक्टिव डिज़ाइनर की एक साल की तनख्वाह 6 लाख रुपये होती है।
वेब डिजाइनिंग कंटेंट राइटर:
वेब डिजाइनिंग से जुड़े हर एक पहलू को छात्र तक पहुंचाने के लिए लेख और किताबों के माध्यम का उपयोग कंटेंट राइटर करता है।
वेब डिजाइनिंग कंटेंट राइटर की एक साल की तनख्वाह करीबन 3.5 लाख होती है।
इसके अलावा वेब डिजाइनिंग का आवश्यक ज्ञान प्राप्त छात्र अपनी मर्जी से भी प्रोजेक्ट के माध्यम से कार्य कर सकता है।
साथ ही वेब मीडिया डिज़ाइनर, वेबमास्टर, डिजिटल आर्टिस्ट, फ्रीलान्स डिज़ाइनर, वेब प्रमोशन एग्जीक्यूटिव, डिज़ाइन कंसलटेंट, मल्टीमीडिया डिज़ाइनर जैसे पद पर छात्र कार्य कर सकता है।
निम्नलिखित कंपनियों में सबसे ज्यादा वेब डिजाइनिंग पेशे वरों की मांग होती है जैसे-
Wipro, Lava, Infosys, HCL, Oracle, Mind Tech
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स की फीस:
वेब डिजाइनिंग डिप्लोमा कोर्स की अवधि 3 महीनों से 3 वर्षों तक होती है, जिसकी फ़ीस हर इंस्टिट्यूट में अलग होती है। डिप्लोमा के प्रकार, विषय, अवधि, इंस्टिट्यूट, आरक्षित श्रेणी अन्य पर कोर्स की फ़ीस निश्चित की जाती है।
लेकिन अनुमान के साथ कोर्स की फ़ीस 50,000 से 15 लाख रुपयों तक हो सकती है।
निम्नलिखित इंस्टिट्यूट भारत के सबसे बेहतरीन वेब डिजाइनिंग इंस्टिट्यूट है। साथ ही उनकी डिप्लोमा कोर्स की फ़ीस दी गई है।
List of Web Designing Diploma Courses Fee and Institutes:
1. P. A. Inamdar College of Visual Effects, Design & Art
फ़ीस – 4 लाख रुपये।
2. Zee institute of creative art
फ़ीस – 3 लाख रुपये।
3. Zee Institute of Creative Art
फ़ीस – 2.5 लाख रुपये।
4. Reliance education vfx & animation academy, Pune
फ़ीस – 3 लाख रुपये।
5. Zee institute of creative art, Noida
फ़ीस – 2.7 लाख रुपये।
6. GIGA (Global Institute of Gaming & Animation)
फ़ीस – 2.75 लाख रुपये।
7.M.A.A.C, Pune
फ़ीस – 3 लाख रुपये।
8.Seven Star Interior Academy
फ़ीस – 70,000 रुपये।
9. Reliance Education, Kochi
फ़ीस – 2 लाख रुपये।
10. Frameboxx Animation Visual Effects Indore
फ़ीस – 2 लाख रुपये।
11. French institute of design & communication arts
फ़ीस – 18 लाख रुपये।
12. Arena Animation, Bangalore
फ़ीस – 4.5 लाख रुपये।
13. Sadhna Academy for Media Studies
फ़ीस – 40,000 रुपये।
14. Vogue Institute of Fashion technology, Bangalore
फ़ीस – 65,000 रुपये।
15. IMS- Design & Innovation Academy
फ़ीस – 6 लाख रुपये।
दोस्तों उम्मीद करता हु कि आपको पोस्ट पढ़ने के बाद वेबसाइट डिजाइनिंग में डिप्लोमा की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
अगर आपको इससे रिलेटेड कोई भी सवाल या सुझाव हो आप मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
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