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उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी फोन नंबर

उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी फोन नंबर

दोस्तों कब कौन सी मुसीबत किस पर आ जाए इस बात का अंदाज़ा हम आप में से कोई भी नहीं लगा सकता है। दोस्तों आज के हम बात करेंगे कि उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी फोन नंबर कौन सा है?

मुसीबत आती है तो सबको उसको झेलना तो पड़ता है।

कुछ लोग इन मुसीबतों से डर कर बैठ जाते हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं जो इन्हीं मुसीबतों का निडर होकर सामना करते हैं। 

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मान लीजिए कि कभी आप रास्ते में जा रहे हैं और कुछ गुंडों ने आपको पकड़ कर घेर लिया है और

उस सूनसान रास्ते पर आपके अलावा कोई और अन्य व्यक्ति भी नहीं है तो ऐसे में आप क्या करेंगे?

ये तो एक Emergency situation है न? सबसे पहले आपके दिमाग में बस एक ही नाम आएगा और वो होगा Police का। 

अब दूसरा Example लेते हैं। Suppose करिए कि आप किसी Party में गए और वो Party किसी शानदार Building में रखी गई है और

उसी बीच किसी बच्चे की शरारत की वजह से Party में आग लग जाती है।

तब भी आपके सामने एक Emergency की Situation होगी। ऐसे में आप क्या करेंगे।

आपके दिमाग में बस एक ही चीज़ आएगी उस समय Fire brigade और आप कैसे भी करके आप Fire brigade को बुलाना चाहेंगे

ऐसी बहुत सारी Emergency situation कब आपके सामने आ जाए कुछ नहीं पता। हर बार आप खुद तो इसका सामना नहीं कर सकते हैं।

आपको Police, ambulance तथा Fire brigade की ज़रूरत कभी भी पड़ ही जाती है। ऐसे में आपके पास इनके फोन नंबर होने ही चाहिए।

अब अगर Police, ambulance तथा Fire brigade का नंबर आप अलग अलग याद करें तो आपको बड़ा Confusion हो जाएगा।

कभी आपको बुलाना होगा Ambulance को और आप हड़बड़ी में फोन कर देंगे Police को।

ऐसे में अगर इन तीनों ही Emergency चीज़ों के नंबर एक ही हों तो कितना अच्छा रहेगा न।

तब अगर आपको कोई भी दिक्कत हो तो ज्यादा सोचना नहीं है बस एक Emergency नंबर याद रखना है और

उसी पर Call करना है और आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी।

पहले Emergency नंबर भी अलग अलग Situations के हिसाब से अलग अलग रहते थे।

आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश की। उत्तर प्रदेश राज्य के Emergency नंबर के बारे में आज जानेंगे जो कि अब एक ही है।

उत्तर प्रदेश में Emergency फोन नंबर

उत्तर प्रदेश Population में सबसे बड़ा राज्य है। अब जब यहां Population ज्यादा है तो जाहिर सी बात है बेरोजगारी भी ज्यादा होगी।

ऐसे में आए दिन चोरी डकैती जैसी तमाम Headlines आपको सुबह अखबारों में देखने को मिल जाती हैं।

कभी ये घटना आपके साथ न हो जाए इसीलिए आपको अभी से थोड़ा सावधान रहना चाहिए।

उत्तर प्रदेश Police का Emergency नंबर याद रखिए और कभी कोई Situation जब आपके सामने हो तब तुरंत Police को Call करिए। 

दोस्तों पहले उत्तर प्रदेश में Police, ambulance तथा Fire brigade तीनों के फोन नंबर अलग अलग थे।

अगर Police की ज़रूरत है तो आपको Dial करना होता था 100, अगर आपको जरूर होती थी Ambulance की तो आप Dial करते थे 108।

अगर आपको Fire brigade की Help चाहिए होती थी तो आपको 101 Dial करना पड़ता था। ऐसे में आप सबको काफी दिक्कत होती थी।

लेकिन अब दोस्तों उत्तर प्रदेश में 2019 से एक ही Emergency नंबर को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश का Emergency नंबर 112 है।

अब आपको अलग अलग Emergency नंबर को याद करने की ज़रूरत नहीं है आप बस एक ही Emergency नंबर से जिसे चाहें उसे बुला सकते हैं।

ऐसा उत्तर प्रदेश में इसलिए हुआ है क्योंकि आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) को लागू कर दिया गया है।

इसे भी जानें :

देश भर में लागू हो गई है आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS)

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने देश मे पहली बार एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली सबसे पहले चंडीगढ़ में Launch किया।

दोस्तों अब Ambulance हो या Police या हो Fire brigade इन सबके लिए बस आपको एक ही नंबर 112 Dial करना है। 

अब एक Common नंबर से तीनों Emergency सेवाओं की Help ले सकते हैं। इससे पहले लगभग 20 से भी ज्यादा Emergency नंबर थे।

अब आप ही अंदाजा लगाइए कि अगर आप 20 नंबर याद रखेंगे तो ज़रूरत के समय आप किसको फोन लगा पाएंगे। 

112 नंबर क्या है?

 दोस्तों 112 अब एम Emergency नंबर बन चुका है और इसे अमेरिका के Emergency नंबर 911 को देखकर रखा गया है।

भारत में Emergency नंबर 112 की शुरुआत ERSS के अंतर्गत की गई है। सबसे पहले चंडीगढ़ में फिर दिल्ली में इसे लागू कर दिया गया।

दिल्ली के Operation and communication के डीसीपी कहा भी है कि, ‘कई सारे इमरजेंसी नंबर याद रखना मुश्किल होता है।

खासकर तब जब आप एक राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से दूसरी जगह सफर कर रहे हों। यह नंबर लोगों की परेशानी कम करेगा।’

अब आपको हजार किस्म के Emergency नंबर को याद करने की कोई ज़रूरत नहीं है।

बस एक नंबर और परेशानी चुटकी मब गायब हो जाएगी। आप चाहें तो 112 को National emergency नंबर भी कह सकते हैं।

2012 के निर्भया मामले से जुड़ा है 112

दोस्तों ऐसा कहा जा रहा है कि जो नया Emergency नंबर है वो 2012 में हुए निर्भया मामले से जुड़ा हुआ है।

जब वो घटना हुई उसी के बाद ही ये ERSS System को लाया गया।

ग्रह मंत्रालय ने भी इससे जुड़ी बात अपनी Official website पर कही है।

उसमें लिखा है, ‘ईआरएसएस दिसंबर 2012 में हुई निर्भया की दुखद घटना के संदर्भ में जस्टिस वर्मा कमेटी की कई सिफारिशों में से एक है।

इसके तहत इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्स सिस्टम (ERSS) के राष्ट्रीय प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है।

इसके लिए 321.69 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया जा चुका है, ताकि

देश भर में एक इमरजेंसी नंबर 112 को हर तरह के आपातकाल के लिए लागू किया जा सके।’

अब आप सब उत्तर प्रदेश के Emergency नंबर के बारे में अच्छे से जान गए होंगे।

ये आप लोगों के लिए बहुत अच्छी खुशखबरी है कि अब आपको एक ही नंबर को ध्यान में रखना है।

जैसे आप लोग वो कहते हैं न कि हर मर्ज की एक दवा, वही किस्सा यहां भी लागू होता है, हर परेशानी के लिए एक ही Emergency नंबर।

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