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PNG file क्या होती है?

PNG file क्या होती है?

मोबाइल और Computers का इस्तेमाल तो हम सभी करते हैं। इससे जुड़े बहुत सारे ऐसे तथ्य हैं जिनके बारे में हम लोग नहीं जानते हैं। आज हम जानेंगे – PNG file क्या होती है?

खैर चलिए आप सब एक आसान से सवाल का जवाब दीजिए कि मोबाइल का इस्तेमाल आप सब क्यों करते हैं?

हर एक व्यक्ति का जवाब इसके लिए अलग अलग होगा मगर एक चीज़ सबमें Common होगी और वो है फोटो।

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मतलब कि हर कोई मोबाइल फोन का इस्तेमाल फोटो लेने के लिए करता ही है। शायद यही एक बड़ी वज़ह भी है जिसकी वजह से मार्केट में रोज़ नए मोबाइल फोन Launch होते हैं और उनकी कीमतें आसमान पर चढ़ी रहती हैं।

सबकी यही कोशिश रहती है कि वो जो भी फोन ले उसमें उसको कैमरा Quality सबसे बेहतर मिले।

Night mode में Selfie अच्छी आए और Image को अगर किसी के साथ Share किया जाए तो उसकी Quality में कोई कमी न आए।

जब आप इतना कुछ चाहते ही हैं तो दोस्तों क्या आप जानते हैं कि Image के कितने File format होते हैं? यहां बहुत ही कम लोग होंगे जो इसका जवाब दे पाएंगे।

हालांकि देखा सबने होगा .jpg, .jpeg, GIF आदि को, मगर सबको इसकी जानकारी होगी नहीं। दोस्तों Image का ही एक File format है PNG, शायद आपने इसके बारे में पहले भी सुना हो।

आज हम आपको इसी के बारे में इस Article में बताने जा रहे हैं। इस Article को पढ़ने के बाद आपको पता चल जाएगा कि PNG क्या होता है और कहां पर इसका इस्तेमाल किया जाता है।

आइए फिर देर किस बात की है। जानते हैं इसके बारे में।

PNG की Full form क्या होती है?

अब आप किसी भी चीज़ को अगर जानना चाह रहे हैं तो सबसे पहले ज़रूरी है कि आप उसके पूरे नाम को जान लें यानी कि Full form जान लें।

दोस्तों PNG की Full form ‘Portable network graphic’ होती है। हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि ये एक Image का File format होता है।

जिस तरह से JPEG और GIF होते हैं न ठीक उसी तरह से ये भी होता है। इसमें भी आप Computer में Raster image को Store करते हैं।

अगर बात करें इसको लिखने कि तो इसको ऐसे ही लिखा जाता है PNG form में, मगर इसका उच्चारण जो होता है वो Ping के रूप में किया जाता है। अब चलिए जानते हैं कि ये होता क्या है।

क्या होता है PNG?

ये एक ऐसा Image format है जो Raster image को Store करता है। जिस तरह से हर File format का एक Extension होता है, उसी तरह से इसका भी File extension है जो कि .png है।

दोस्तों ये PNG lossless data compression को Support करता है। दरअसल इसमें होता कुछ ऐसा है कि जो Image का Background होता है वो Transparent होता है इसीलिए Video editing या फिर फोटो Editing के लिए सबसे बेहतर Format होता है।

Internet पर भी इसी Image format ने धमाल मचाया हुआ है। सबसे ज्यादा इसी का Image format में इस्तेमाल किया जाता है।

अगर बात करें Size की तो इसका Size JPEG image से थोड़ा सा ज्यादा होता है। एक तरह से आप इसको GIF की तरह से समझ सकते हैं।

GIF और इसमें अंतर बस यही है कि GIF animation को Support करता है और ये एक Single file format है।

PNG file format को कैसे पहचानें?

हर File का कोई न कोई Extension होता है। ऐसे ही इसका भी है। इसीलिए इसको पहचानना बहुत ही आसान है।

आप कहीं भी इसका Extension देखते हैं तो आप सब समझ जाएंगे कि ये File PNG ही है। PNG image का Extension .png होता है।

अगर आपके मोबाइल या Computer में किसी भी Image के File का format जानना है तो आप उसकी Properties में जाकर उसके अंत मे देखना होगा कि कौन सा Extension लगा हुआ है।

अगर आपको .png extension नज़र आता है तो आप तुरंत समझ जाएंगे कि आपकी Image PNG format में है।

अभी हमने आपको उस Image के बारे में बताया है जो आपके मोबाइल फोन या Computers में Save रहती है।

अब आप सब सोच रहे होंगे कि तब कैसे Image को पहचानें जब कोई भी Image internet पर हो? तो दोस्तों Internet पर भी Image को पहचानना बहुत ही आसान है।

अगर Image का Background transparent है तो इसका मतलब है कि जो Image है वो एक PNG image है।

वहीं अगर Image का Background white या फिर Coloured है तो इसका मतलब है कि उसका PNG format नही है, कोई अन्य File format है।

क्या है PNG का इतिहास?

इसको बनाने की बात 1995 में सोची गई थी। उस समय LZW (Lempel–Ziv–Welch ) Data compression algorithm का इस्तेमाल GIF format में किया जाता था जिसका Unisys कंपनी द्वारा पेटेंट कराया गया था।

इसके साथ ही एक और दिक्कत रंगों को लेकर भी सामने आ रही थी। असल मे GIF में 256 रंगों की ही सीमा थी मगर उस समय जो Computers थे वो 256 से ज्यादा रंगों को प्रदर्शित कर सकते थे।

इसके अलावा भी बहुत सारी समस्याएं थीं जिनको अनदेखा नहीं किया जा सकता था। इसीलिए एक ऐसे Image format को Develop किया जाना बहुत ज़रूरी हो गया था जो इन सारी समस्याओं को दूर कर सके।

  • PNG का 1.0 version 1 अक्टूबर 1996 में Launch किया गया था।
  • PNG का 1.1 version 31 दिसंबर 1998 में Launch किया गया था
  • PNG का 1.2 version 11 अगस्त 1999 में Launch किया गया था। 

फिर 10 नवंबर 2003 को इसका इन अंतरराष्ट्रीय मानक बनाया गया और ये PNG के 1.2 version से थोड़ा सा ही अलग है।

फिर क्या, फिर लोगों ने इसके बारे में सोचा। एक Internet working grouo द्वारा PNG को Launch किया गया।

इस Group की अध्यक्षता की थी Thomas boutell ने। फिर धीरे धीरे Developments होते चले गए।

2001 में PNG में Animation support को लाया गया और इसे MNG के तौर पर Launch किया गया।

MNG यानी Multi image network graphics, इसको एप्लीकेशन Support तो मिला मगर Website designers, Mainstream web browsers आदि ने इसका बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया।

फिर 2008 में मोज़िला के कुछ Developers ने APNG यानी कि Animated portable network graphics को इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए Launch किया।

APNG मूल रूप से ऐसा फॉर्मेट है जो Gecko और Presto web browser को Support करता है और इसका उपयोग आमतौर पर Sony के PlayStation पोर्टेबल सिस्टम पर Thumbnail के लिए भी किया जाता है।

PNG के फायदे क्या है?

अभी तक हमने जाना कि ये होता क्या है। अब इसके फायदों के बारे में भी जान लेते हैं। इसके जो फायदे हैं दोस्तों वो निम्न हैं –

◆ Lossless compression – इसका ये एक बहुत बड़ा Advantage है। अक्सर आपने देखा होगा कि आप कोई भी Image को ज्यादा बार Edit या दूसरों म साथ Share करते हैं तो उसकी Quality में फर्क आ जाता है और Image में graininess जैसी दिक्कतें आ जाती हैं।

अगर आप किसी भी Image को PNG format में save करते हैं तो उसको Edit और Share करने पर Quality जायद खराब नहीं होती है।

◆ Transparency – इसका सबसे बड़ा फायदा एक ये भी है Transparency का। मतलब कि ये Images पारदर्शी होती हैं।

PNG images का अपना खुद का कोई भी Background नहीं होता है। अब आपको लग रहा होगा कि Transparency का फायदा क्या होता है? दोस्तों इसका फायदा आपको फोटोज या फिर Video की Editing करने में होता है।

◆ Icon और Logo के लिए Perfect – शायद आपको न पता हो कि इसका इस्तेमाल Logos और Icon को बनाने के लिए भी किया जाता है।

इसका कोई Background नहीं होता है इसीलिए ये काफी आसान हो जाता है। वैसे दोस्तों आजकल Stickers का चलन भी काफी बढ़ गया है न। तो जो Stickers आप सब इस्तेमाल करते हैं न वो PNG format में ही होते हैं।

◆ Editing के लिए बेहतर है – इसकी सबसे बड़ी खासियत जो है कि इसका कोई Background नहीं होता है इसीलिए इसको सब्स9ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है फोटोज और Videos की Editing करने में।

ये किसी भी Image और Background के साथ आसानी से मिल जाते हैं इसीलिए इनको इस्तेमाल करना आसान होता है।

PNG के नुकसान क्या है?

इसके फायदे के साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं। आइये देखते हैं कि इससे कौन से नुकसान हैं –

◆ Animation – हां माना कि इसको GIF से बदला है मगर फिर भी ये GIF से बेहतर नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि GIF की तरह ये Multiple image को Support नहीं करता है।

इसमें GIF की तरह Animation भी नहीं हो सकता है। जिसकी वजह से बेहतर नहीं है।

◆ Bigger file size – अगर बात की जाए Size की तो इसका Size काफी बड़ा होता है। ये इसका एक बड़ा Disadvantage है।

JPEG का file size बहुत छोटा होता है, वहीं PNG का file size काफी Bigger रहता है। 

◆ 24 bit color support – जैसे JPEG 24 bit color को Support करता है वैसे ही ये भी 24 bit color को Support करता है।

यही कारण है कि इसमें 16 मिलियन से भी अधिक Color हो सकते हैं।

◆ CMYK color support नहीं है – ये CMYK यानी cyan, magenta, yellow and black Colors को Support ही नहीं करता है।

इसीलिए इसकी Image quality Professional और Real नहीं लगती है।


दोस्तों तो ये थी PNG से जुड़ी जानकारी। अब आप सब समझ गए होंगे कि ये क्या होता है। साथ ही इसके फायदे और नुकसान क्या हैं।

जिन लोगों को Editing करनी रहती है उन लोगों के लिए ये काफी बेहतर है। इसमें इसका खुद का कोई Background नहीं होता है इसीलिए बेहतर है। वैसे भी Internet पर ये काफी छाया हुआ है।

इसको सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। ये काफी मामलों में काफी ज्यादा बेहतर भी है।

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