Robot, इनका इस्तेमाल आज ज्यादातर जगहों पर करने की कोशिश की जा रही है। इनकी वज़ह से आज इंसानों वाले सारे काम बिना इंसान के ही कर लिए जाते हैं।
आज की Invention सच मे काफी बेहतरीन है और रहेगी। जिसे सिर्फ हम सबने सपनों में देखा था और बस ख्यालों में ही सोचा था आज वो सब मानो सच नज़र आता है।
Artificial intelligence यानी Robot से जुड़ा हुआ एक और Device है। इसे हम सभी Drone के नाम से जानते हैं।
शायद आपने इसके बारे में आज से पहले भी सुना हो मगर आपको इसकी ज्यादा जानकारी नहीं होगी।
Drone का Craze आजकल काफी बढ़ गया है। लोग इसको शादी विवाह जैसे Functions में भी इस्तेमाल करने लगे हैं। दोस्तों आखिर ये होता क्या है?
असल मे ये एक Robot ही होता है। इस Robot को हम आप जैसे इंसान ही Control करते हैं। ये एक चिड़िया की तरह हवा में उड़ते हैं।
इसको इसीलिए बनाया गया है ताकि जहां पर इंसान न जा सके, उसके जाने का खतरा हो, वहां पर ये इनको पहुंचा सके।
इसका इस्तेमाल ज्यादातर Defense में किया जाता है। आज हम इन्हीं के बारे में जानेंगे। चलिए फिर देखते हैं कि क्या है ये Drones आखिर।
Drone क्या होता है?
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ये एक तरह के Miniature robots होते हैं। ये उड़ने में माहिर होते हैं। इसको हम सब UAV के नाम से भी जानते हैं।
UAV का मतलब Unmanned aerial vehicles होता है। जैसा कि इसके नाम से ही अब आप सब समझ गए होंगे कि असल में ये है क्या। हवा में उड़ने वाला ऐसा Vehicle जिसमें कोई भी आदमी सवार न हो।
जैसे छोटे बच्चे Remote control toys लेते हैं और फिर Toy के remote से उसको Control करते हैं, बस उसी तरह से Drone को भी Remote control system की मदद से Control किया जाता है।
ज्यादातर इन्हें ऐसी जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है जहां पर इंसान नहीं पहुंच सकता है। या तो यूं कह लीजिए कि Drone ऐसी जगह पर इस्तेमाल किये जाते हैं जहां Risk और danger हो।
सबसे अच्छी बात तो ये है कि ये कभी थकते नहीं है। ये 24/7 काम कर सकते हैं। ये निगरानी करने के लिए काफी बेहतरीन होते हैं। ये निगरानी करके आपके पास Real time image को भेजते हैं।
शायद यही कारण है कि इन्हें ‘Eye of the sky’ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें दिन ब दिन नए नए Evolution किए जा रहे हैं।
इनको बनाने के लिए Circuit boards, chipset तथा Software का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें Drone के मस्तिष्क भी कहा जाता है।
क्या है Quadcopter ?
Quadcopter असल मे दोस्तों Drone की सबसे Common और Popular design है।
इसको Lift तथा Propel करने में चार Rotors की मदद ली जाती है। इसको सबसे पहले 1920 में Try किया गया था मगर उस समय Technology आज की तरह Hifi तो थी नहीं।
इसीलिए इसको नुकसान सहना पड़ा। बाकी अगर बात करें Design की तो ये Design काफी पुराना है।
कैसे उड़ता है Drone ?
इसमें चार Propellers होते हैं। ये Propellers vertically oriented होते हैं। हर एक Propeller में Independent speed और एक Variable होता है।
यही इसको Allow करते हैं Full range of movements तय करने के लिए। जैसे Drones अलग अलग होते हैं वैसे ही उनके Propeller combinations भी अलग अलग ही होते हैं
ये अलग अलग Drone movements को प्राप्त करने में सहायता करते हैं।
ये उन Conventional helicopters से काफी अलग होते हैं जो कि Propeller blades के साथ Controlled होते हैं।
साथ ही Rotor hub के Around dynamically pitch करते हैं। दोस्तों Blade pitch बनाने के लिए जिन Components की ज़रूरत होती है वो काफी कीमती होती है।
यही कारण है कि अब Quadcopter का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा है।
कैसे काम करते हैं Drone ?
इनको इस तरह से बनाया जाता है कि इनका जो Weight है वो कम रहे। बहुत ही Light composite material से इन्हें बनाया जाता है।
ऐसा इसीलिए ताकि इस पर जो Control रहे वो बेहतर रहे और Weight तो कम रहेगा ही। यही Composite material होते हैं जो इन्हें बेहतर ताकत देने में मदद करते हैं। इससे ये ऊंची Military उड़ानों को बड़ी ही आसानी से तय कर लेते हैं।
ये Matter नहीं करता है कि Drone कैसा है फिर चाहे वो Consumer purpose के लिए हो या फिर Military purpose के लिए सभी मे आपको Infrared camera, GPS तथा Laser जैसी सुविधाएं होती ही है।
इसको Remote ground control system की मदद से Control किया जाता है। इसी को Ground cockpit के नाम से भी जाना जाता है।
किसी भी Drone का आगे का जो हिस्सा होता है उसमें Sensors और Navigation system होते हैं। इसके बाद जो बची हुई Body होती है उसमें Drone technology system होते हैं।
इसमें इंसान तो बैठ सकते हैं नहीं ये बात तो आप सभी जानते ही हैं मगर हां इसका Control इंसानों के ही हाथों में होता है। इन्हें बनाने के Highly composite material का इस्तेमाल किया जाता है।
ये इस तरह Design किए जाते हैं कि जो भी Vibration उतपन्न हो रही हो उसको ये Absorb कर सकें। इसके अलावा जो भी Noise भी इसमें उतपन्न होती है उसको भी Absorb कर लिया जाता है।
Drone के Types;-
अब चलिये इनके Types के बारे में भी जान लेते हैं। ये दो तरह के होते हैं :
- Rotatory drone
- Fixed wing drone
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Rotatory drones –
इनके भी बहुत सारे अलग अलग Types होते हैं जो कि निम्न हैं-
◆ Single rotor – जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है इसमें Single ही Rotor पाया जाता है।
इस Drone में इसको Control और Stability प्रदान करने के लिए पीछे एक Tail rotor भी दिया जाता है।
◆ Tri-copter – इस तरह के Drones में 3 Controller होते हैं, 3 अलग अलग प्रकार के Motors होते हैं। इसमें एक Servo motor भी होता है और 4 Gyros भी होते हैं।
◆ Quadcopter – इसमें ऐसे DC Motors का इस्तेमाल किया जाता है जो Brushless type के होते हैं। इनमें 4 Rotor blades का उपयोग किया जाता है। इनमें Motors भी 4 ही होते हैं। 2 Motor Clock wise rotate करते हैं और वहीं दूसरे 2 Motor anti clock wise rotate करते हैं। इसमें Battery का भी इस्तेमाल होता है।
◆ Hexacopter – इसमें 6 Rotor blades का उपयोग किया जाता है। इनमें 3 Motor clock wise बाकी 3 Motor anti clock wise rotate करते हैं।
Drone में Landing के मामले में सबसे सुरक्षित इन्हीं को माना जाता है।
◆ Octacopter – इस तरह के Drones में 8 Motor का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही इसमें 8 Propellers भी Fix किए जाते हैं। इनकी Flying capability बहुत ज्यादा High होती है।
अगर बात करें Stability की तो उसमें भी यही सबसे बेहतर होते हैं।
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Fixed wing drone –
ये एकदम अलग होते हैं। इनकी Designing से लेकर सब कुछ अलग रहता है। इनका Design multi rotor design से भी काफी अलग होता है।
इनकी Stability भी बेहतर नहीं है। इनको उड़ते समय आप इसमें Gravitational force का असर इस पर आराम से देख सकते हैं।
ये ज्यादा Weight उठाने में भी सक्षम नहीं होते हैं। इनके Wings किसी Traditional place की तरह दिखाई देते हैं।
भारत में Drone उड़ान Legal है या फिर Illegal है?
ये सच में एक बहुत बड़ा सवाल है। Drone एक तरह से Vehicle ही तो है न। मान लीजिए कि आप सड़क पर चल रहे हैं और एक Bike वाला आपको टक्कर मार कर चला जाए। उस Bike पर कोई Number ही न लिखा हो। ऐसे में आप चाहें तो भी उस पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकते हैं।
जैसे आपकी गाड़ियों को Number दिए जाते हैं वैसे ही Drone को भी DGCA से एक Unique identification number के लिए Registration कराना पड़ता है। फिर वो UIN number drone पर लगाया जाता है।
अगर कोई भी जुर्म हो या कुछ भी गलत हो तो तुरंत पता लगाया जा सके कि Drone उड़ाने व्यक्ति कौन था। अगर ऐसा न किया जाए तो अपराध ही बढ़ते चले जाएंगे।
अगर आप कभी Drone को 200 मीटर के ऊपर उड़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको DGCA से Permission लेनी होगी
अगर आप इसको 200 मीटर के अंदर की Range में ही उड़ाना चाहते हैं तो आपको Local administrator से Permission की ज़रूरत पड़ेगी।
हालांकि भारत मे आप बिना सरकार की Permission के Drone को नहीं उड़ा सकते हैं। ये Illegal होता है।
अगर आप बिना Permission के कुछ करते हैं तो उसके बाद अगर आपको सज़ा मिलती है तो आप उसके लिए भी तैयार रहिएगा।
तो दोस्तों ये थी Drone से जुड़ी जानकारी। हालांकि अभी इनको हर कोई नहीं उड़ा सकता है क्योंकि ये Illegal है। अगर हर कोई Drone उड़ाने लग जाएगा तो हर दिन अपराध की संख्या में बढ़ोतरी होती रहेगी।
आने वाले समय मे इनका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा। क्योंकि अब लोग काफी Advance बनते जा रहे हैं।
लोगों को ऐसी चीजों की बहुत ज्यादा जरूरत है जिसका Control उनके हाथ में तो हो मगर उन्हें खुद कोई मेहनत न करनी पड़ी।
इसकी Invention सच मे एक लाजवाब Inventions में से एक है।
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